16 जून 2025 सोमवार
पंचक प्रारंभ हिंदू पंचांग के आधार पर 27 नक्षत्र में पांच नक्षत्र ऐसे होते हैं जिन्हें पंचक माना जाता है यह पंचक आज दिन में 11:36 से प्रारंभ होगा पंचक में दक्षिण की दिशा की यात्रा वर्जित है और शवदाह भी वर्जित है लेकिन शवदाह करते समय पांच पुतला के साथ में शवदाह करना चाहिए। पंचक में छत भी नहीं ढालना चाहिए।
18 जून 2025 बुधवार
सप्तमी व्रत हिंदू पंचांग के आधार पर आषाढ़ कृष्ण पक्ष की सप्तमी व्रत आज ही मानी जाएगी सप्तमी का व्रत माता शीतला को समर्पित होता है माता शीतला के निमित्त यह व्रत करके धन-धान्य सुख समृद्धि की प्राप्ति भी किया जा सकता है संयोग से आज के दिन ही कालाष्टमी के निमित्त काल भैरव की भी विशेष पूजा किया जाएगा।
19 जून 2025 गुरुवार
श्री शीतल अष्टमी व्रत हिंदू पंचांग के आधार पर शीतलाष्टमी व्रत आज के दिन किया जाएगा आज के दिन ही मां शीतला के साथ-साथ काल भैरव का भी पूजन विशेष लाभदायक माना जाता है मां शीतला के साथ काल भैरव का पूजन करने से सुख समृद्धि और धन-धान्य की वृद्धि भी होती है।
20 जून 2025 शुक्रवार
पंचक समाप्त हिंदू पंचांग के आधार पर आज सायं काल 6: 34 पर पंचक समाप्त हो जाएगा।
21 जून 2025 शनिवार
योगिनी एकादशी व्रत (स्मार्त) हिंदू पंचांग के आधार पर आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी व्रत करते हैं योगिनी एकादशी को व्रत करने से योगेश्वर भगवान खुश होते हैं और संयोग से आज के दिन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भी है यह योगिनी एकादशी व्रत विशेष शुभलायक भी शुभदायक भी है इस योगिनी एकादशी को व्रत को करने से 88000 ब्राह्मणों को खिलाने से जो फल प्राप्त होता है वही फल आज के एकादशी व्रत करने से प्राप्त होता है। आज का व्रत शैव समुदाय के लोग रहेंगे जिसे स्मार्त कहा जाता है स्मार्त लोग सकाम व्रत रखते हैं।
22 जून 2025 रविवार
योगिनी एकादशी व्रत (वैष्णव) हिंदू पंचांग के आधार पर वैष्णव लोक द्वादशी तिथि के दिन व्रत रखते हैं और त्रयोदशी में पारण करते हैं क्योंकि वैष्णव समुदाय के लोग केवल विष्णु भगवान के लिए ही व्रत करते हैं और निष्काम व्रत करते हैं ऐसे लोग आज योगिनी एकादशी व्रत करेंगे।